सिरसा, 7 मई। अधिकारियों को किसी की कोई परवाह नहीं है। न तो सरकार का कोई डर है, न ही जनता की समस्या से कोई सरोकार। शहर में इतनी समस्याएं हैं जिनकी तरफ अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। लोग परेशान हो रहे हैं। हां, जब किसी की जान चली जाती है, तब अधिकारियों की नींद खुलती है। वरना उनके कानों पर जूं नहीं रेंगती। कुछ ऐसा ही सिरसा के कबीर चौक से सी ब्लॉक तक तथा जनता भवन से कबीर चौक तक की जर्जर सडक़ के मामले में हो रहा है। सिरसा के जनता भवन से कबीर चौक तक सडक़ बनी हुई है। कबीर चौक से सी ब्लॉक को मिलाने के लिए भी सडक़ बनाई गई थी। यह सडक़ सिरसा की अनाजमंडी से भी जुड़ी हुई है। डेढ़ साल पहले तक यह सडक़ अच्छी हालत में थी, मगर डेढ़ साल पहले पानी निकासी की पाइप डालने के लिए इस सडक़ को तोड़ दिया था। तब से लेकर अब तक इस सडक़ को दोबारा से नहीं बनाया गया है। सडक़ पूरी तरह से तोड़ दी गई है। हर तरफ मिट्टी ही मिट्टी तथा गड्डे ही गड्डे बने हुए हैं। बारिश के समय तो समस्या बढ़ जाती है। बारिश के पानी की वजह से मिट्टी कीचड़ बन जाती है। कीचड़ में कई वाहन फंस जाते हैं। कुछ भारी वाहन पलट भी जाते हैं क्योंकि इसी सडक़ से मंडी के अंदर सीजन में फसल पहुंचती है। भारी वाहनों में किसान अपनी फसल लेकर मंडी में आते हैं। गड्डों के कारण वाहन फंसकर पलट जाते हैं। यह तो भगवान का शुक्र है कि अभी तक कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। सडक़ को बनाने के लिए स्थानीय निवासियों व आढ़ती एसोसिएशन की ओर से बार-बार संबंधित विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन अधिकारी कोई सुध नहीं ले रहे हैं। अधिकारियों की उदासीनता से लगता है कि उन्हें किसी की जान जाने का इंतजार है। जब किसी की जान चली जाएगी, उसके बाद ही अधिकारी नींद से उठेंगे। सीवर का भी कुछ ऐसा ही हाल है। इस एरिया में कई स्थानों पर सीवर के मैनहॉल भरे हुए हैं। उनकी सही तरीके से सफाई नहीं हो रही है।
आढ़तियों ने दिया था धरना
जर्जर सडक़ को बनाने की मांग पर कुछ समय पहले आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान मनोहर मेहता के नेतृत्व में आढ़तियों व स्थानीय निवासियों ने कबीर चौक पर धरना दिया था। उस समय भाजपा नेता गोबिंद कांडा ने धरनास्थल पर पहुंचकर आढ़तियों को आश्वासन दिया था कि 28 फरवरी से सडक़ बनाने का काम आरंभ करा दिया जाएगा। कांडा के आश्वासन के बाद आढ़तियों ने धरना समाप्त कर दिया था, लेकिन अब मई आ गई है, सडक़ बनाने का काम शुरू नहीं हुआ है। आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान मनोहर मेहता ने कहा कि पाइप लाइन डालने का काम पूरा हो गया है, लेकिन सडक़ को नहीं बनाया जा रहा है। सडक़ टूटी होने के कारण न सिर्फ स्थानीय लोगों को, बल्कि किसानों को भी परेशानी हो रही है। मेहता ने कहा कि इस सडक़ से प्रतिदिन सैकड़ों वाहन गुजरते हैं। इस कारण वाहन चालकों को परेशानी हो रही है, लेकिन अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। उनका कहना है कि अधिकारियों को कई बार इस समस्या से अवगत कराया जा चुका है, इसके बाद भी गौर नहीं किया जा रहा है। ऐसे में आढ़तियों को फिर से धरना देने पर मजबूर होना पड़ेगा। मनोहर मेहता ने कहा कि वे जल्द ही आढ़ती एसोसिएशन की एक बैठक बुलाकर धरना प्रदर्शन के लिए रणनीति बनाएंगे।