कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। जिस स्थान पर यह दिल दहला देने वाली घटना हुई, वहीं मरम्मत कार्य शुरू होने पर विपक्षी पार्टियों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। भाजपा और वामपंथी दलों ने प्रशासन पर मरम्मत कार्य के बहाने सबूतों से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है, जिससे असली गुनाहगारों को बचाया जा सके।
मरम्मत कार्य पर उठा विवाद: डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया और स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया जैसे संगठनों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। इन संगठनों का दावा है कि प्राधिकरण, जिस सेमिनार हॉल के पास डॉक्टर का शव मिला था, वहां मरम्मत कार्य के जरिए महत्वपूर्ण सबूतों को नष्ट करने की कोशिश कर रहा है। छात्रों ने मेडिकल कॉलेज के आपातकालीन बिल्डिंग के सामने विरोध प्रदर्शन किया और मरम्मत कार्य को तत्काल रोकने की मांग की।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का खुलासा: कुछ छात्रों ने आरोप लगाया है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्पष्ट है कि पीड़िता के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। डॉक्टर सुबर्ण गोस्वामी के हवाले से बताया गया है कि यह किसी एक व्यक्ति का काम नहीं था, बल्कि पीड़िता का गैंगरेप हुआ था।
सीबीआई जांच और राजनीतिक हंगामा: कोलकाता पुलिस ने इस मामले में संजय रॉय नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। हालांकि, भाजपा नेता अमित मालवीय ने ममता बनर्जी सरकार पर मामले को दबाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और कोलकाता पुलिस अहम सबूतों को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं।
अब इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है, और जनता की निगाहें इस पर टिकी हैं कि न्याय कब और कैसे मिलेगा।