नई दिल्ली:
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में स्थित एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में भारी बारिश के कारण पानी भरने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई। इस दर्दनाक घटना के बाद दिल्ली में सियासत का माहौल गरमा गया है। छात्र और स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए हैं, और अधिकारियों व कोचिंग सेंटर के खिलाफ लापरवाही का आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
घटना का विवरण:
शनिवार शाम को दिल्ली में हुई तेज बारिश के बाद राऊ के आईएएस स्टडी सर्किल के बेसमेंट में पानी भर गया। दमकल विभाग और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमों ने बचाव कार्य किया, लेकिन तब तक दो छात्राओं और एक छात्र की मौत हो चुकी थी। यह घटना पटेल नगर में हाल ही में हुए करंट लगने की मौत के कुछ दिनों बाद की है, जिसने दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
सियासी विवाद:
भाजपा ने आम आदमी पार्टी (AAP) पर हमला बोलते हुए कहा कि स्थानीय विधायक ने नालों की सफाई की मांग को अनदेखा किया, जिसके परिणामस्वरूप यह हादसा हुआ। भाजपा नेता हरीश खुराना ने इसे हत्या करार दिया और कहा कि जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज होना चाहिए। भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने भी आप सरकार की आलोचना की और कहा कि नाले की सफाई की मांग को नजरअंदाज करना मौत का कारण बना।
आम आदमी पार्टी ने भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि भाजपा के पार्षदों ने भी इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया और इसे राजनीतिक विवाद का हिस्सा बनाने का आरोप लगाया। आप विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि यह राजनीति का समय नहीं है, बल्कि छात्रों को बचाने की जरूरत है।
सुरक्षा
और भ्रष्टाचार पर सवाल:
स्वाति मालीवाल ने सवाल उठाया कि इन मौतों की जिम्मेदारी कौन लेगा और कैसे अवैध बेसमेंट और अनियंत्रित निर्माण कार्य जारी हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि दिल्ली में भ्रष्टाचार और लापरवाही की वजह से ऐसे हादसे बढ़ रहे हैं।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया:
दिल्ली पुलिस ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि एक मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। राजस्व मंत्री आतिशी ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने की मांग की है।