अदाणी ग्रुप ने शॉर्टसेलर हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट को बेबुनियाद और दुर्भावनापूर्ण करार देते हुए कहा कि यह रिपोर्ट सिर्फ निजी लाभ के लिए बनाई गई है। ग्रुप का कहना है कि हिंडनबर्ग ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा पहले ही खारिज किए जा चुके आरोपों को फिर से उठाया है, जो केवल ध्यान भटकाने की एक हताशा भरी कोशिश है।
अदाणी ग्रुप ने हिंडनबर्ग को बताया “बदनाम शॉर्टसेलर”
अदाणी ग्रुप ने अपने बयान में कहा कि हिंडनबर्ग एक बदनाम शॉर्टसेलर है, जो भारतीय कानूनों की अवहेलना करता रहा है। ग्रुप ने स्पष्ट किया कि उनके सभी विदेशी निवेश पूरी तरह से पारदर्शी हैं और सभी आवश्यक जानकारियां सार्वजनिक की जाती हैं। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में जिन व्यक्तियों के नाम शामिल हैं, उनके साथ अदाणी ग्रुप का कोई कारोबारी संबंध नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही खारिज किए थे आरोप
अदाणी ग्रुप ने इस बात पर जोर दिया कि हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए ये आरोप मार्च 2023 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा पहले ही खारिज किए जा चुके हैं। ग्रुप का कहना है कि यह रिपोर्ट केवल अदाणी ग्रुप की छवि को धूमिल करने की कोशिश है, और इसमें तथ्यों और कानून की अनदेखी की गई है।